राजस्थान - कला एवं संस्कृति
हड़बूजी : मारवाड़ के पंच पीर

हड़बूजी : मारवाड़ के पंच पीर

हड़बूजी का जीवन परिचय हड़बूजी का जन्म भुंडेल (नागौर) में सांखला राजपूत परिवार में हुआ था। उनके पिता मेहराज सांखला (क…

पाबूजी राठौड़ : राजस्थान के अमर लोक नायक

पाबूजी राठौड़ : राजस्थान के अमर लोक नायक

पाबूजी राठौड़ का प्रारंभिक जीवन पाबूजी राठौड़ का जन्म 1239 ई. में जोधपुर के कोलुमण्ड गाँव (फलौदी) में हुआ था। उनके…

तेजाजी : नागवंशीय जाट और गौरक्षक लोकदेवता

तेजाजी : नागवंशीय जाट और गौरक्षक लोकदेवता

तेजाजी का जीवन परिचय तेजाजी का जन्म माघ शुक्ला चतुर्दशी, 1074 ई. को नागौर जिले के खरनाल (खड़नाल) गाँव में हुआ था। …

बाबा रामदेवजी : पीरों के पीर और सामाजिक समरसता के प्रतीक

बाबा रामदेवजी : पीरों के पीर और सामाजिक समरसता के प्रतीक

बाबा रामदेवजी का जीवन परिचय बाबा रामदेवजी का जन्म भाद्रपद शुक्ला द्वितीया, संवत् 1409 (1352 ई.) को बाड़मेर जिले के उं…

गोगाजी चौहान : राजस्थान के लोकप्रिय लोक देवता

गोगाजी चौहान : राजस्थान के लोकप्रिय लोक देवता

गोगाजी चौहान, जिन्हें गोगा बाप्पा , जाहर पीर , और नागों के देवता के नाम से जाना जाता है, राजस्थान की सांस्कृतिक और आध्…

किशनगढ़ शैली: बणी ठणी और राजस्थानी चित्रकला का स्वर्ण युग

किशनगढ़ शैली: बणी ठणी और राजस्थानी चित्रकला का स्वर्ण युग

किशनगढ़ शैली का इतिहास किशनगढ़ की स्थापना 1609 ई. में किशनसिंह ने की थी, लेकिन चित्रकला का विकास उनके पुत्र मानसिंह …

मेवाड़ शैली : राजस्थान की लघु चित्रकला

मेवाड़ शैली : राजस्थान की लघु चित्रकला

मेवाड़ शैली का इतिहास मेवाड़ शैली की शुरुआत 1260 ई. में ‘श्रावक प्रतिक्रमण सूत्र चूर्णी’ ग्रंथ के चित्रांकन से हुई, …

 राजस्थानी लोकगीत : एक सांस्कृतिक धरोहर

राजस्थानी लोकगीत : एक सांस्कृतिक धरोहर

राजस्थानी लोकगीत, या  लोक गीत , राजस्थान की सांस्कृतिक आत्मा हैं। ये गीत प्रेम, वियोग, भक्ति, और उत्सव की कहानियाँ बुनत…

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