भारतीय संविधान के स्रोत : विभिन्न देशों से ली गई मुख्य विशेषताएँ

 नमस्कार! यदि आप भारतीय संविधान के बारे में जानना चाहते हैं, तो यह जानना रोचक होगा कि यह दुनिया के विभिन्न संविधानों से प्रेरित है। भारतीय संविधान को "उधार की थैली" कहा जाता है, क्योंकि इसमें ब्रिटेन, अमेरिका, आयरलैंड जैसे कई देशों की विशेषताएँ शामिल की गई हैं। लेकिन यह पूरी तरह भारतीय परिस्थितियों के अनुरूप बनाया गया है। इस ब्लॉग पोस्ट में हम विस्तार से देखेंगे कि भारतीय संविधान के स्रोत क्या हैं, और प्रत्येक से क्या लिया गया है।

भारत शासन अधिनियम, 1935: सबसे बड़ा प्रभाव

भारत शासन अधिनियम, 1935 भारतीय संविधान का प्रमुख स्रोत माना जाता है। इससे ली गई मुख्य विशेषताएँ हैं:

  • संघीय तंत्र (Federal System)
  • राज्यपाल का कार्यकाल (Governor's Tenure)
  • न्यायपालिका (Judiciary)
  • लोक सेवा आयोग (Public Service Commission)
  • आपातकालीन उपबंध (Emergency Provisions)
  • प्रशासनिक विवरण (Administrative Details)

यह अधिनियम ब्रिटिश शासन का हिस्सा था, लेकिन इसमें भारतीय संघीय ढांचे की नींव रखी गई।

ब्रिटेन का संविधान: संसदीय प्रणाली की प्रेरणा

ब्रिटेन का अनलिखित संविधान भारतीय संविधान पर गहरा प्रभाव डालता है। इससे ली गई विशेषताएँ:

  • संसदीय शासन (Parliamentary Government)
  • विधि का शासन (Rule of Law)
  • विधायी प्रक्रिया (Legislative Procedure)
  • एकल नागरिकता (Single Citizenship)
  • मंत्रिमंडल प्रणाली (Cabinet System)
  • परमाधिकार लेख (Writ Jurisdiction)
  • संसदीय विशेषाधिकार (Parliamentary Privileges)
  • द्विसदनवाद (Bicameralism)

ब्रिटेन की तरह भारत में भी संसद सर्वोच्च है, लेकिन हमने इसे लिखित रूप दिया है।

संयुक्त राज्य अमेरिका का संविधान: मूल अधिकार और न्यायिक स्वतंत्रता

अमेरिकी संविधान से हमें मौलिक अधिकारों की अवधारणा मिली। मुख्य विशेषताएँ:

  • मूल अधिकार (Fundamental Rights)
  • न्यायपालिका की स्वतंत्रता (Independence of Judiciary)
  • न्यायिक पुनरावलोकन का सिद्धांत (Judicial Review)
  • उप-राष्ट्रपति का पद (Office of Vice-President)
  • उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का पद से हटाया जाना (Removal of Judges)
  • राष्ट्रपति पर महाभियोग (Impeachment of President)

अमेरिका की तरह भारत में भी सुप्रीम कोर्ट कानूनों की संवैधानिकता जांचता है।

आयरलैंड का संविधान: नीति निर्देशक सिद्धांत

आयरलैंड से ली गई विशेषताएँ सामाजिक न्याय पर केंद्रित हैं:

  • राज्य के नीति निर्देशक सिद्धांत (Directive Principles of State Policy)
  • राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति (Nomination of President)
  • राज्यसभा के लिए सदस्यों का नामांकन (Nomination to Rajya Sabha)

ये सिद्धांत राज्य को सामाजिक कल्याण की दिशा देते हैं।

कनाडा का संविधान: संघीय व्यवस्था की मजबूती

कनाडा से हमें मजबूत केंद्र वाली संघीय प्रणाली मिली:

  • सशक्त केंद्र के साथ संघीय व्यवस्था (Federation with Strong Centre)
  • अवशिष्ट शक्तियों का केंद्र में निहित होना (Residuary Powers with Centre)
  • केंद्र द्वारा राज्य के राज्यपालों की नियुक्ति (Appointment of Governors by Centre)
  • उच्चतम न्यायालय का परामर्शी न्याय निर्णयन (Advisory Jurisdiction of Supreme Court)

यह भारत की एकता बनाए रखने में मदद करता है।

ऑस्ट्रेलिया का संविधान: समवर्ती सूची और स्वतंत्रता

ऑस्ट्रेलिया से ली गई विशेषताएँ व्यापार और संसदीय प्रक्रिया से संबंधित हैं:

  • समवर्ती सूची (Concurrent List)
  • व्यापार, वाणिज्य और समागम की स्वतंत्रता (Freedom of Trade, Commerce, and Intercourse)
  • संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक (Joint Sitting of Both Houses)

ये प्रावधान संघीय ढांचे को संतुलित रखते हैं।

जर्मनी का वाइमर संविधान: आपातकाल में अधिकार

वाइमर संविधान से:

  • आपातकाल के समय मूल अधिकारों का स्थगन (Suspension of Fundamental Rights during Emergency)

यह संकटकाल में सरकार को शक्ति देता है।

सोवियत संघ का संविधान: मूल कर्तव्य और न्याय

सोवियत संघ से:

  • मूल कर्तव्य (Fundamental Duties)
  • प्रस्तावना में न्याय का आदर्श (Ideal of Justice in Preamble)

ये नागरिकों की जिम्मेदारियाँ निर्धारित करते हैं।

फ्रांस का संविधान: गणतंत्र और आदर्श

फ्रांस से:

  • गणतंत्रात्मक व्यवस्था (Republic)
  • प्रस्तावना में स्वतंत्रता, समता और बंधुता के आदर्श (Liberty, Equality, Fraternity in Preamble)

ये फ्रांसीसी क्रांति की विरासत हैं।

दक्षिण अफ्रीका का संविधान: संशोधन और निर्वाचन

दक्षिण अफ्रीका से:

  • संविधान में संशोधन की प्रक्रिया (Amendment Procedure)
  • राज्यसभा के सदस्यों का निर्वाचन (Election to Rajya Sabha)

यह संविधान को लचीला बनाता है।

जापान का संविधान: विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया

जापान से:

  • विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया (Procedure Established by Law)

यह कानूनी प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित करता है।

निष्कर्ष: भारतीय संविधान की मौलिकता और सफलता

उपर्युक्त विवेचन से स्पष्ट है कि भारतीय संविधान पर अनेक आंतरिक व बाह्य तत्वों का प्रभाव पड़ा है। फिर भी, यह भारतीय आदर्शों व परिस्थितियों का परिणाम है। भारत में लोकतांत्रिक शासन प्रणाली स्थापित करने में यह सफल रहा है। जहां पड़ोसी देशों में अनेक बार तख्तापलट व सैनिक शासन स्थापित हुआ है, वहीं भारत में स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर आज तक लोकतंत्र मजबूत बना हुआ है। यह भारतीय संविधान की मौलिकता व सफलता का प्रतीक है।

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url